शिकायत पीएमओ से एनसीएल सिंगरौली में हुए घोटाले की
बम्ब कैलोरी मीटर की खरीदी में रचा गया षडयंत्र, एनसीएल के सामग्री खरीदी प्रबंधन प्रभारी ने रची साजिश
कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी एनसीएल सिंगरौली मैं विगत वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में बम्ब कैलोरी मीटर खरीदी में भारी घोटाला किया गया है। बताया जाता है कि सामग्री खरीदी प्रबंधन विभाग के प्रभारी के द्वारा आपराधिक षडयंत्र रचते हुए जालसाजी करते हुए अनियमितता की है। उक्त घोटाले की शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ सीबीआई दिल्ली, कोयला मंत्रालय दिल्ली और कोल सचिव कोयला मंत्रालय धनबाद से की गई है।
राजेश कुमार सोनी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखते हुए कहा है कि एनसीएल सिंगरौली में कोरोना काल के समय वर्ष 2020-21 और 2021-22 में बम्ब कैलोरी मीटर की खरीदी में एनसीएल के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा घोटाला किया गया है। जानकारी में बताया गया कि बम्ब कैलोरी मीटर खरीदी के लिए एक निविदा जारी की गई थी। निविदा में शर्त था कि तकनीकी मूल्यांकन के समय ऑर्डर जारी करने के पहले संविदाकार उसे बम्ब कैलोरी मीटर को लेकर एनसीएल के संबंधित अधिकारियों के सामने आकर डिमो स्टेशन कराएगा। अगर उसे डेम स्टेशन में सही पाया जाएगा तभी खरीदी के लिए ऑर्डर जारी किया जाएगा। लेकिन उस समय पर एनसीएल सिंगरौली के तत्कालीन सामग्री खरीदी प्रबंधन विभाग के प्रभारी अजीत कुमार सिंह के द्वारा आपराधिक षडयंत्र रचते हुए उनके द्वारा जो उस समय स्वयं करोना से पीड़ित थे।
एनसीएल से छुट्टी लेकर प्रभारी दिल्ली अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे थे। लेकिन इस बम्ब कैलोरी मीटर की खरीदी में धांधली करते हुए उन्होंने अस्पताल में भर्ती के समय ही संविदाकार से लगभग 2 लाख कमीशन लेकर निविदा की शर्तों को दरकिनार करते हुए बम्ब कैलोरी मीटर की सप्लाई के लिए मंजूरी देते हुए ऑर्डर जारी कर दिया गया। सूत्र दावा करते हैं कि यदि इस बम्ब कैलोरी मीटर खरीदी की जांच एनसीएल सिंगरौली के द्वारा किया जाए तो बड़ा घोटाला सामने आएगा और यह भी प्रमाणित हो जाएगा की उन्होंने अस्पताल में रहते समय ही इस घोटाले का अप्रुबल दिया था। बताया जाता है कि प्रभारी के द्वारा जो अनियमितता की गई है। एनसीएल के रिकॉर्ड में भी प्रमाणित हो जाएगा। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा उक्त भर्रेशाही को छुपाने के लिए सारे हथकंडे अपनाएं जा रहे हैं।
फाईल को दबा रहे एनसीएल के अधिकारी
एनसीएल सिंगरौली में हुये घोटाले की शिकायत भले ही शिकायतकर्ता पीएमओ से की हो। लेकिन बम्ब कैलोरी मीटर की खरीदी मेें जो षड्यंत्र रचा गया है और भारी गोलमाल एनसीएल के सामग्री खरीदी प्रबंधन प्रभारी अजीत कुमार सिंह सहित कई अधिकारियों ने रचा। एनसीएल सिंगरौली में भी इसकी शिकायत की गई है। लेकिन एनसीएल के अधिकारी उक्त शिकायत को दबाने का प्रयास कर रहे हैं। अब यह देखना है कि पीएमओ से लेकर सीबीआई और कोल मंत्रालय से शिकायत की गई है क्या फर्जीवाड़ा का प्रयास हो पाएगा।
निविदा की जांच कराये जाने उठी मांग
एनसीएल सिंगरौली मेें निर्माणकार्यो के नाम पर जमकर फर्जीवाड़े का खेल चल रहा है। लेकिन यह फर्जीवाड़ा संविदाकार व एनसीएल के अधिकारियों के संरक्षण में चल रहा है। जिसका खुलासा सीबीआई कर चुका है। वर्ष 2020-21 व 2021-22 में बम्ब कैलोरी मीटर के खरीदी में सामग्री खरीदी प्रबंधन विभाग के द्वारा षड्यंत्र पूवर्क साजिश के तहत घपलेबाजी की गई है। पीएमओ को भेजे गये शिकायती पत्र में राजेश कुमार सोनी ने उल्लेख किया है कि कैलोरी मीटर की सप्लाई निविदा जांच करते हुये दोषियों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाये।