फिर बढ़ी महाराष्ट्र में बिजली की मांग

महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बारिश नहीं होने के कारण तापमान में बढ़ोतरी हुई है. इसलिए पंखे, एयर कंडीशनर और कृषि पंपों का उपयोग बढ़ने से राज्य में बिजली की मांग बढ़ गई और गुरुवार (10 अगस्त) शाम 4 बजे 24 हजार 628 मेगावाट दर्ज की गई. राज्य के कई हिस्सों में रुक-रुक कर अच्छी बारिश हुई. इसलिए बिजली की मांग 21 हजार से 23 हजार मेगावाट के बीच थी.
लेकिन, पिछले कुछ दिनों से राज्य के कई हिस्सों में बारिश पर ब्रेक लगा हुआ है. इसलिए गुरुवार शाम 4 बजे राज्य में बिजली की मांग बढ़कर 24 हजार 628 मेगावाट हो गई, जिसमें से 16 हजार 281 मेगावाट बिजली का उत्पादन राज्य में हो रहा था. महानिर्मिति द्वारा सर्वाधिक 6 हजार 692 मेगावाट विद्युत उत्पादन किया गया। इसमें थर्मल पावर प्लांट से 6 हजार 166 मेगावाट, हाइड्रो पावर प्लांट से 489 मेगावाट, सोलर पावर प्लांट व अन्य परियोजनाओं से 37 मेगावाट बिजली का उत्पादन हुआ, जबकि अडानी से 2 हजार 911 मेगावाट, जिंदल से 315 मेगावाट,
आइडियल से 261 मेगावाट और रतन इंडिया से 1 हजार 70 मेगावाट बिजली पैदा हुई। राज्य को केंद्र सरकार के हिस्से से 8 हजार 316 मेगावाट बिजली मिल रही थी. इस समय मुंबई में 3 हजार 219 मेगावाट बिजली की मांग भी दर्ज की गई. महावितरण के अधिकारियों ने बिजली की बढ़ती मांग की रिपोर्ट की पुष्टि की।