जीएसटी टीम को न रामभजन मिले और न ही उनकी फर्म – फर्जी किरायानामा लगाकर लिया गया था कोयला व्यापार…
जीएसटी टीम को न रामभजन मिले और न ही उनकी फर्म…
फर्जी किरायानामा लगाकर लिया गया था व्यापार…
– पंचनामा बनाकर बैंरग लौटी जीएसटी की टीम
सीधी:- जिले में एंटी एवीजन व्यूरो की टीम ने कोयला का व्यापार करने वाले व्यापारी के घर में दबिस दी लेकिन फर्म के संचालक न रामभजन मिले और न ही उनकी फर्म जिससे एंटी एवीजन व्यूरो की टीम द्वारा पंचनामा कार्रवाई के बाद वापस लौट गई है। मिली जानकारी के अनुसार सीधी शहर में गोपालदास रोड में राम एसोसियेट के संचालक रामभजन सिंह द्वारा कोयला का व्यापार करने जीएसटी ली गई थी इनके द्वारा व्यापार तो किया जा रहा था लेकिन रिटर्न नही फाईल किया जा रहा था जिस पर सतना एंटी एवीजन व्यूरो की टीम ने फर्म के पते पर दबिस दी लेकिन वहां पर न तो फर्म का पता चला और न ही फर्म संचालक का। जिस पर एंटी एवीजन व्यूरो की टीम ने घर के मालिक से बात की तो पता चला कि उनके द्वारा किसी को किराये पर दुकान नही दी गई है और न ही रामभजन को ही जानता हूं। एंटी एवीजन व्यूरो के डिप्टी कमिश्रर उमेश त्रिपाठी ने बताया कि राम एसोसियेट के संचालक रामभजन सिंह द्वारा फर्जी तरीके से किरायानामा तैयार कराकर जीएसटी ली गई थी और उक्त जीएसटी से लगातार कोयले का व्यापार किया जा रहा था। जिस पर नवीन द्विवेदी सहायक आयुक्त प्रमोद शर्मा एवं मृत्युजंय तिवारी के नेतृत्व में टीम सीधी भेजी गई थी लेकिन उक्त पते पर किसी भी तरह की फर्म नही पाई गई है जिस पर टीम बयान दर्ज कर वापस आ गई है। लेकिन उक्त संचालक द्वारा जिन-जिन को फायदा पहुंचाया गया है, उनको नोटिस जारी कर टैक्स की राशि जमा कराई जायेगी साथ ही रामभजन की जीएसटी रद्द कराकर पैनाल्टी भी वसूल कराई जायेगी।
फर्म कहीं और पता कहीं का-
जब से जीएसटी टीम के छापे पडऩे लगे तब से व्यापारियों ने शासन-प्रशासन को चकमा देने का नायाब तरीका निकाल लिया है। अब व्यापारियों द्वारा फर्जी किरायानामा तैयार कर जीएसटी तो जरूर पा लेते है लेकिन इनके द्वारा फिर इनके द्वारा टैक्स की राशि जमा नही की जाती है। अगर टीम द्वारा छापेमारी की भी जाती है तो न फर्म मिलता है और न ही फर्म संचालक। ऐसे में इस तरह के व्यापारियों द्वारा जमकर शासन को चूना लगाने का खेल खेला जा रहा है।
इनका कहना है:-
गोपाल दास रोड स्थित राम एसोसियेट फर्म में कार्रवाई करने टीम गई थी लेकिन न तो उक्त जगह पर फर्म मिला है और न ही फर्म संचालक, ऐसे में फर्जी किरायानामा लगाकर कोयले का व्यापार किया जा रहा था। ऐसे में राम भजन द्वारा जिन व्यापारियों को फायदा पहुंचाया गया है उनको नोटिस जारी कर उनसे टैक्स जमा कराया जायेगा साथ ही रामभजन की जीएसटी रद्द कराकर पैनाल्टी भी लगाई जायेगी।
उमेश त्रिपाठी
डिप्टी कमिश्रर, एंटी एवीजन व्यूरो सतना