पुलिस चौकी के सामने मंदिर में नाबालिकों का हुआ जयमाला, पुलिस अधीक्षक ने कहा…

पुलिस चौकी के सामने मंदिर में नाबालिकों का हुआ जयमाला, पुलिस अधीक्षक ने कहा…
सौ रुपए के स्टांप पेपर में दोनों परिवारों की बनी सहमति…
सीधी सिहावल। जहां केंद्र और राज्य सरकार जी बाल विवाह को सामाजिक बुराई मानकर उसे समाप्त करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है, जिसे लेकर सीधी जिले में एक नया मामला सामने आया है जिले के अमिलिया थानाअंतर्गत सिहावल पुलिस चौकी के ठीक सामने बने मंदिर में बीते 4 अप्रैल 2025 को दो नाबालिकों का जयमाला कई लोगों के मौजूदगी में कराया गया।
इतना ही नहीं एक परिवार के लोगों ने सौ रुपए के स्टांप पेपर में अपनी अपनी सहमति व्यक्त करते हुए जयमाला जैसी प्रक्रिया को मूर्त रूप देने का काम किया गया।
जयमाला एवं बाल विवाह के इस मामले में महिला बाल विकास विभाग की मुस्तैदी को भी बेनकाब कर दिया। जयमाला एवं बाल विवाह से जुड़े इस मामले को लेकर चाइल्ड केयर 1098 शिकायत दर्ज करने की जानकारी भी प्राप्त हो रही है। इसके साथ-साथ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर रविंद्र वर्मा तथा जिले के महिला बाल विकास अधिकारी आरसी त्रिपाठी को भी अवगत कराया गया है।
अब देखना यह है कि प्रशासन और पुलिस जयमाला तथा बल विवाह के इस मामले में क्या कार्यवाही और कब तक में करते है।
पूर्व सरपंच की अहम भूमिका
सिहावल पुलिस चौकी अंतर्गत एक परिवार ने सौ रुपए के स्टांप पेपर में जयमाला तथा बाल विवाह को लेकर अपनी समिति जाहिर की है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बीते 4 अप्रैल को नाबालिकों का जयमाला कार्यक्रम मंदिर में लोगों की मौजूदगी के बीच पूरा कराया गया। स्थानीय ग्रामीणो ने आरोप लगाया है कि गांव के पूर्व सरपंच ने ही इस जयमाला के पूरे कार्यक्रम को अंजाम तक पहुंचाया। सौ रुपए के स्टांप पेपर में आपसी सहमति पत्र लिखने का काम भी पूर्व सरपंच द्वारा किया गया। जयमाला के बाद लड़की पक्ष में नाबालिक को वर पक्ष के साथ रवाना कर दिया स्टांप में कहां गया है कि जब दोनों बालिक हो जाएंगे तो हिंदू रीति रिवाज के साथ विवाह कराया जाएगा, बताया जाता है कि जब मंदिर में यह सब हो रहा था उसे दौरान पुलिस चौकी में पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। वही स्टांप में यह भी उल्लेख किया गया है कि लड़के पक्ष के लोग लड़की की पूरी व्यवस्था देखेंगे।
जयमाला के दो दिन बाद स्टाफ में लिखा गया
वही जानकारी के अनुसार यह पूरा जयमाला का कार्यक्रम 2 अप्रैल को सिहावल चौकी के सामने बने मंदिर में किया गया परंतु 4 अप्रैल को स्टांप लेकर विधिवत इस पर लिखा पढ़ी की गई ताकि कोई विवाद खड़ा ना हो जाए तो इसे बचा जा सके परंतु इससे साफ जाहिर होता है कि बाल विवाह को बढ़ावा देने में स्वयं जनता से चुने हुए जनप्रतिनिधि अगर शामिल होते हैं तो मामला गंभीर है ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई तो अवश्य होनी चाहिए…
इनका कहना हैं
सिहावल क्षेत्र में बीते 2 अप्रैल को जयमाला एवं बाल विवाह होने की जानकारी मिली है थाना प्रभारी को पूरे मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
।। डॉ रवींद्र वर्मा पुलिस अधीक्षक सीधी।।
एक ही परिवार द्वारा आपसी सहमति कर मंदिर में बाल विवाह किए जाने की सूचना प्राप्त हुई है इस मामले में आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
।। आरसी त्रिपाठी महिला बाल विकास अधिकारी सीधी ।।