पुतिन का दौरा आर्थिक सहयोग मजबूत करने में मददगार: भारत सरकार

नई दिल्ली। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर भारत पहुंचने वाले हैं। यूक्रेन युद्ध के बाद यह उनका पहला भारत दौरा है। भारत सरकार के सूत्रों के अनुसार, इस दौरे से दोनों देशों के आर्थिक और व्यावसायिक सहयोग को मजबूती मिलेगी। पुतिन के साथ बड़ी संख्या में बिजनेसमैन भी भारत आ रहे हैं, जिससे फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोबाइल, कृषि और मरीन प्रोडक्ट्स सहित कई क्षेत्रों में व्यापार बढ़ने की उम्मीद है।
राष्ट्रपति पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 23वीं वार्षिक भारत-रूस द्विपक्षीय समिट में शामिल होंगे। इस दौरान रक्षा, ऊर्जा, तकनीक, स्पेस और रणनीतिक सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच शिपिंग, हेल्थकेयर, फर्टिलाइजर, कनेक्टिविटी, संस्कृति और वैज्ञानिक सहयोग के क्षेत्र में भी कई समझौते और एमओयू होने की संभावना है।
दिल्ली में पुतिन के आगमन के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। दौरे के कार्यक्रम में स्वागत समारोह, प्राइवेट डिनर, गार्ड ऑफ ऑनर, राजघाट में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि और हैदराबाद में द्विपक्षीय समिट शामिल हैं। दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद एक संयुक्त बयान भी जारी किया जाएगा।













