सीधी
जिले की बदनामी कराने के बाद जागता है जिला प्रशासन,पीएम, सीएम के नाम पर घोटाला कर सरकार की किरकिरी करा रही हैं रामपुर नैकिन की पंचायतें।

जिले की बदनामी कराने के बाद जागता है जिला प्रशासन,पीएम, सीएम के नाम पर घोटाला कर सरकार की किरकिरी करा रही हैं रामपुर नैकिन की पंचायतें।
घोटालेबाजों पर नहीं की जा रही है कार्रवाई
सीधी : जिले की ग्राम पंचायतों में पदस्थ सरपंच, सचिव भ्रष्टाचार में इतने लिप्त हो गए हैं कि वो प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के कार्यक्रम नाम पर भी लाखों रुपए का घोटाला करने पर बाज नहीं आ रहे हैं। जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के ग्राम पंचायत चोभरा दिग्विजय सिंह के सरपंच, सचिव के द्वारा प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के नाम पर व शिव शक्ति पदयात्रा एवं मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के नाम पर लाखों रुपए निकालने का मामला प्रकाश में आने के बाद भी स्थानीय एवं जिला प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। यही मामला जब तूल पकड़ेगा और सोशल मीडिया एवं मीडिया के माध्यम से देश-प्रदेश तक पहुंचेगा तब जिला प्रशासन जागेगी। तब तक जिले की किरकिरी हो चुकी होगी।
विगत कुछ मामलों से यही देखने को मिल रहा है कि जिन घटना का तत्काल निराकरण किया जा सकता था उस पर जिला प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया और जब प्रदेश सरकार की किरकिरी होने लगी तो हाय तौबा मच गया। देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम पर पंचायतें गांव के विकास के लिए भेजी गई राशि को हजम कर रहे हैं उसके बावजूद भी जिला प्रशासन आंख मूदे हुए बैठा हुआ है।
उधर जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के संचार एवं सकर्म समिति के सभापति ने उक्त मामले को लेकर जनपद कार्यालय में समस्त जनपद सदस्यों के साथ आंदोलन करने की चेतावनी दी है। पीएम एवं सीएम के नाम पर पंचायत द्वारा किए गए घोटाले को लेकर जनपत पंचायत रामपुर नैकिन के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सभापति एवं सभी जनपद सदस्य एकमत होकर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
पूर्व सरपंच के कार्यों की निकाल ली गई राशि
ग्राम पंचायत चोभरा दिग्विजय सिंह के पूर्व सरपंच श्रीमती मधुवन सिंह ने बताया कि मेरे द्वारा स्टॉप डेम का मरम्मत का कार्य कराया गया था। किंतु पंचायत चुनाव की अधिसूचना लगने के कारण राशि का आहरण नहीं किया गया था। ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव के द्वारा 7 जुलाई 2023 को 1 लाख 22 हजार रुपए अनिल टे्रडर्स के खाते में भेजकर टे्रडर्स से नकद राशि लेकर सरपंच, सचिव हजम कर गए। मेरे द्वारा जब-जब भी सचिव से पूंछा गया तो उनके द्वारा यही बताया गया कि आपका पैसा अभी नहीं निकला है। आपने जिस फर्म से सामग्री खरीदी थी उसका बिल दे दीजिए तो राशि भेज दी जाएगी। सरपंच,सचिव के द्वारा चोरी-छिपे से उक्त राशि निकाल ली गई। जबकि स्टाप डेम की मरम्मत के लिए पंकज ट्रेडर्स रैदुअरिया के यहां से सामग्री क्रय की गई थी जिसका भुगतान अभी भी शेष है। उन्होने बताया कि सरपंच, सचिव द्वारा उक्त निर्माण कार्य की मजदूरी की राशि 49 हजार 36 रुपए भी सचिव द्वारा निकाल ली गई। जबकि निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों को मेरे द्वारा नकद भुगतान किया गया था।
जनपद का होगा घेराव
जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के जनपद सदस्य एवं संचार एवं सकर्म समिति के सभापति अरुण शेखर त्रिपाठी ने बताया कि मैं पूरे जनपद पंचायत क्षेत्र के निर्माण कमेटी का सभापति हूं। किंतु मैं अपनी गृह ग्राम की ग्राम पंचायत चोभरा दिग्विजय सिंह के सरपंच, सचिवों द्वारा किए गए घोटालों की जांच नहीं करा पा रहा हूं। उन्होने कहा कि बड़े दुर्भाग्य की बात है कि जिस पंचायत के सरपंच, सचिव ने देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम पर लाखों का घोटाला किया हो सत्तापक्ष के लोग उसी सचिव, सरपंच को बचाने में जुटे हुए हैं।
उन्होने कहा कि यदि एक हप्ते के अंदर दोषी सरपंच, सचिवों पर कार्रवाई नहीं की जाती तो सभी जनपद सदस्य जनपद कार्यालय का घेराव करेेंगे और कलेक्टर, कमिश्रर को ज्ञापन सौंपकर रीवा में पत्रकार वार्ता आयोजित कर सभी तथ्य आम जनता के सामने रखेंगे। उन्होने कहा कि मैं यह नहीं चाहता कि किसी एक व्यक्ति की गलती से प्रदेश सरकार की छवि खराब हो। किंतु यदि स्थानीय प्रशासन व जिला प्रशासन इस ओर कोई कदम नहीं उठाता तो मजबूरन हम सभी जनपद सदस्यों को जिला प्रशासन के विरोध में सडक़ों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।