चीथड़े, लाशें एवं आग ही आग धुआँ ही धुआँ चोरों और मातम
सीएम ने आपदा प्रबंधन के लिए समिति गठित की
पीएम मोदी और सीएम यादव ने घटना पर जताया दुख
एमपी के हरदा शहर में एक पटाखा फैक्ट्री में भीषण आग लगने से 9 लोगों की मौत हुई और 74 अन्य घायल हो गए। यूनिट में कई लोगों के फंसे होने की भी आशंका है। हरदा में हुए पटाखा फैक्ट्री हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई। जबकि, 190 लोग घायल हैं। मृतकों में बानो बी (पति सलीम, खेड़ीपुरा), प्रियानु (पिता मुन्ना लाल प्रजापति, खेड़ीपुरा), मुबीन (पिता शकूर खान, मानपुरा), अनुज (पिता सोभा कुचबंदिया, टंकी मोहल्ला, हरदा) आबिद (पिता रहमान खान, मानपुरा), उषा (पति मुकेश बेलदार, बैरागढ़), मुकेश (पिता तुलसीराम, बैरागढ़) शामिल हैं। अन्य तीन मृतकों की शिनाख्त नहीं हुई है। घायलों में 132 पुरुष और 58 महिलाएं शामिल हैं। प्रशासन की माने तब मरने और घायलों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
घटना की गभीरंता को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर हरदा में हुई पटाखा फैक्ट्री में दुघर्टना के आपदा प्रबंधन के लिए तत्काल प्रभाव से 6 सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान समिति के अध्यक्ष हैं। समिति, हरदा नगरीय क्षेत्र के बैरागढ़ स्थित पटाखा फैक्ट्री और गोदाम में घटित अग्नि दुर्घटना के आपदा प्रबंधन (बचाव एवं राहत कार्य) के लिये आवश्यक प्रबंध करेगी।
समिति में अपर मुख्य सचिव धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण एवं विमुक्त, घुमन्तु एवं अर्द्धघुमन्तु, जनजातीय अजीत केसरी, प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास नीरज मंडलोई, महानिदेशक होमगार्ड अरविंद कुमार और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रबंध आलोक रंजन सदस्य हैं। प्रमुख सचिव गृह संजय दुबे सदस्य सचिव हैं।
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हरदा पटाखा फैक्ट्री में दुर्घटना के कारण हुई लोगों की मौत पर दुख जाहिर किया है। पीएम मोदी ने लिखा, पटाखा फैक्ट्री में दुर्घटना के कारण हुई लोगों की मृत्यु से व्यथित हूं। उन सभी के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। जो घायल हुए हैं वे जल्द से जल्द ठीक हों।
वहीं सीएम यादव ने अपना छिंदवाड़ा जिले का प्रवास भी रद्द कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरदा की पटाखा फैक्ट्री में हुई आगजनी की घटना हृदय विदारक है। इस घटना की गंभीरता के दृष्टिगत, इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। मैंने छिंदवाड़ा जिले के अहरवाड़ा गांव का रात्रि प्रवास कार्यक्रम स्थगित किया है। हम आगजनी की घटना के दोषियों को नहीं छोड़ने वाले है। राज्य सरकार दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगी। राहत कार्य और घायलों को उपचार प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है।
प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये दिए जाएंगे। घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी।
लाशें, चीथड़े और आग ही आग… परमाणु बम जैसे धमाके
लाशों के चीथड़े, चीख पुकार और बचकर भागने की हर मुमकिन कोशिश…।
हरदा का फिलहाल यही हाल है। एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में लगी आग ने ऐसा विकराल रूप धारण किया कि धूं-धूं कर आसपास के मकान तक जलने लगे। आग से अब तक 60 से ज्यादा घर चपेट में आ चुके हैं 10 मौतें हो चुकी हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि धमाका इतना भीषण था कि परमाणु बम फटने जैसी स्थिति लगी।
लोगों ने बताया कि आग के बाद बारूद का जखीरा परमाणु बम या ज्वालामुखी की तरह फटा। आसमान तक उठती लपटें और कान के पर्दे फाड़ देने वाले धमाके के बीच करीब एक दर्जन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। कई लोगों के शरीर के चीथेड़े उड़ गए। बारूद का धुआं और धमाका शांत होने तक मरने वालों की संख्या और ज्यादा बढ़ने की आशंका है। यह मौतें इतनी दर्दनाक हैं कि उनकी तस्वीरें भी यहां छापी नहीं जा सकतीं।
फैक्ट्री से कुछ दूरी पर ही रहने वाले एक शख्स ने बताया कि यह धमाका इतना भीषण था कि तीन किलोमीटर तक इसकी आवाज सुनाई दी। सूत्रों के मुताबिक इस अवैध फैक्ट्री में कोई मामूली बारूद भी नहीं था बल्कि इसकी मात्रा करीब 15 टन थी। चिंता बढ़ा रही है क्योंकि 4 साल पहले भी ऐसा ही एक हादसा हुआ था। उस घटना में भी 4 लोगों की मौत हो गई थी।
फैक्ट्री धमाका हवा में उड़ने लगा शख्स
पटाखे की जिस अवैध फैक्ट्री में धमाका हुआ है, वह बैरागढ़ गांव में है। फैक्ट्री में मंगलवार सुबह करीब 11 बजे इतना तेज धमाका हुआ कि पूरा शहर दहल उठा। फैक्ट्री से उठती आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से देखा जा सकता। धमाके की चपेट में आने से कई राहगीर वाहन समेत दूर उछल गए। फैक्ट्री में रुक-रुककर धमाके हो रहे हैं।