सीधी

जब आरक्षक के साथ झूमाझटकी कर चप्पल से मारने दौड़ी महिला…

जब आरक्षक के साथ झूमाझटकी कर चप्पल से मारने दौड़ी महिला…

 

मौके से भागना पड़ा आरक्षक को…

मझौली में आरक्षक एवं महिला के साथ भिडंत का वीडियो वायरल…

 

सम्मन तामील कराने गए आरक्षक द्वारा वीडियो बना रहे युवक से मारपीट के बाद बिगड़ा मामला…

 

सीधी
कल शनिवार का दिन सीधी जिले के मझौली थाना क्षेत्र की पुलिस के लिए अशुभ शनिवार साबित हुआ। एक ओर जहां इलाके की एक महिला ने पुलिस आरक्षक के साथ झूमाझकी करते हुए उसे बेहद अभद्र गालियां देते हुए चप्पल उतार कर दूर तक दौड़ती रही जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वहीं दूसरी तरफ शाम होते-होते मझौली थाने में पदस्थ एक एएसआई को लोकायुक्त पुलिस ने सिर्फ 1000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।

क्या था मामला

कल शनिवार को सीधी जिले के मझौली थाना क्षेत्र अंतर्गत सम्मन तामील कराने गए दो पुलिस कर्मियों का एक महिला के साथ चर्चा करते वक्त का उस महिला के परिवार के युवक द्वारा वीडियो बनाए जाने लगा जिस पर एक आरक्षक ने अपनी मोटरसाइकिल से उतारकर उस युवक के साथ मोबाइल छीनने की कोशिश की और मारपीट की। इस घटना के कारण जिस महिला से पुलिस आरक्षकों की बात हो रही थी वो भड़क उठी और उसने उस सिपाही के साथ झूमाझटकी और पूरी तरह अभद्र गाली गलौज करना प्रारंभ कर दिया, इस दौरान महिला का गुस्सा इतने पर भी शांत नहीं हुआ तो उसने अपनी चप्पल उतार कर उस सिपाही को मारने के लिए खदेड़ लिया। इस दौरान सिपाही वहां से भाग खड़ा हुआ परंतु इस पूरे घटनाक्रम का एक दूसरा वीडियो बनाने वाली उस महिला की बेटी द्वारा पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया जिसके बाद से यह पूरी तरह लोगों के फेसबुक और व्हाट्सएप पर वायरल हो रहा है।
इस मामले में दोनो दोषी माने जा सकते हैं। पहली बात तो ये है कि आरक्षक को इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए कि मोबाइल छीनने के लिए जबरजस्ती करें।
वहीं दूसरी बात महिला को अपने कानून से हटकर पुलिस के साथ झूमाझटकी करते हुए गाली-गलौच करना भी गलत बात है।

सोशल मीडिया में तेजी से हो रही वीडियो वायरल

 

पूरे मामले में देखा जाए तो सोशल मीडिया में यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। लोग पुलिस को ज्यादा दोष दे रहे हैं लेकिन दोषी दोनों ही माने जा सकते हैं। आरक्षक की गलती तो थी ही जहां कि महिला के साथ अभद्र व्यवहार किया गया। उससे ज्यादा गलती महिला की भी है जिसने गाली-गलौच कर चप्पल उतार कर आरक्षक को खदेडऩे का काम किया।

जानकारी के अनुसार आरक्षक आशुतोष मिश्रा थाना मझौली एवं उनके साथ प्रधान आरक्षक रामनरेश कोल नगर परिषद के वार्ड क्रमांक 6 में एक सम्मन देने के लिए सुनीता त्रिपाठी पति राजीव लोचन एवं विनय त्रिपाठी पिता राजीव लोचन के लिए गए थे।
इस दौरान आपसी बहस इस तरह बढ़ गयी कि गाली-गलौच सहित हाथापाई की नौबत आ गई। आरक्षक आशुतोष मिश्रा ने पहले वीडियो बनाने वाले युवक से मोबाइल छीनने का प्रयास किया। इसी दौरान महिला आग बबूला हो गई वहीं भद्दी गालियां देते हुए चप्पल मारने के लिए उतारू हो गई। हालांकि पुलिस उस दौरान भागने के लिए मजबूर हो गई।
हालांकि यह मामला अब सोशल मीडिया में तूल पकडऩे लगा है जिस पर काफी टिप्पणियां देखने को मिल रही है। कौन दोषी हैं कौन नहीं यह तो जांच के बाद ही सच्चाई का पर्दाफाश होगा।

 

महिला के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज : टीआई

 

इस संबंध में मझौली थाना प्रभारी विशाल शर्मा ने कहा कि दोनो का आपसी विवाद था। लेकिन जिस तरह महिला ने पुलिस के साथ गाली-गलौच करने सहित चप्पल उतारकर भगाने को मजबूर किया इस पर महिला सुनीता त्रिपाठी पति राजीव लोचन त्रिपाठी एवं विभा त्रिपाठी के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने और मारपीट करने की धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है। पुलिस की कोई गलती नहीं है।

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  • सुनील सोनी , " पोल खोल पोस्ट " डिजिटल न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक और संस्थापक सदस्य हैं। उन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में कई वर्षों का अनुभव है और वे निष्पक्ष एवं जनसेवा भाव से समाचार प्रस्तुत करने के लिए जाने जाते हैं।

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सुनील सोनी , " पोल खोल पोस्ट " डिजिटल न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक और संस्थापक सदस्य हैं। उन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में कई वर्षों का अनुभव है और वे निष्पक्ष एवं जनसेवा भाव से समाचार प्रस्तुत करने के लिए जाने जाते हैं।

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