सनातन धर्म से कांग्रेस की दुश्मनी : मुख्यमंत्री मोहन यादव
पोल खोल सिवनी
बालाघाट के उकवा व सिवनी की जनसभा में मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कांग्रेस पर महिलाओं की इज्जत न करने और सनातन धर्म से दुश्मनी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में जमीन-आसमान का अंतर है। महिलाओं के प्रति उनकी भाषा और कार्यप्रणाली से पता चलता है कि वे उनकी कतई इज्जत नहीं करते।
सीएम ने कहा कि भाजपा ही ऐसी पार्टी है, जो महिलाओं को सम्मान देती है, उन्हें बराबरी का मौका देती है। हमने मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में छह पर मातृशक्ति को मौका दिया है, जिसमें बालाघाट भी शामिल है। हमारी सरकार की पहली कैबिनेट बैठक रानी दुर्गावती के नाम से की गई थी और कांग्रेस द्वारा पाठय-पुस्तक से रानी दुर्गावती के हटाए गए पाठयक्रम को फिर से जोड़ने का काम भी हमने ही किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि घमंडिया गठबंधन में शामिल एक दल सनातन धर्म को समाप्त करने की बात कहता है, इसके बाद भी कांग्रेसी कुछ नहीं कहते। अंग्रेजों ने हमारी संस्कृति पर कुठाराघात कर 1832 में शिक्षा नीति लागू की। समाज को मार्गदर्शन करने वाले भगवान श्रीराम, भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े कंटेंट पाठ्यक्रम से हटा दिया गया। बाद में कांग्रेस ने धर्मनिरपेक्षता के नाम पर सनातन संस्कृति को किताबों का हिस्सा नहीं बनने दिया। अकल पर पत्थर पड़ गए कांग्रेसियों ने तो ग से गणेशजी को हटा कर ग से गधा लगा दिया। जबकि, गणेश जी से देश और दुनिया में हमारी संस्कृति की जय-जयकार होती है।