तस्करी में फर्जी नंबरों का खेल, हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने परिवहन विभाग फेल।
पुलिस ने पकड़ी फर्जी नंबर प्लेट, हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगे तो लग सकती है कुछ लगाम।
तस्करी में फर्जी नंबरों का खेल, हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने परिवहन विभाग फेल।
सीधी:- जिले के तस्कर नई-नई तरकीब लगाकर चोरी में उनका उपयोग कर रहे है। कई दिनों से चोरो ने नंबरों का खेल कर चोरी व लूट मे वाहनों का उपयोग कर रहे थे। बदमाश चार पहिया वाहन में फर्जी नंबर प्लेट लगाकर लूट कर रहे थे। इसका खुलासा एक या दो बार नहीं बल्कि कई बार पुलिस मे दर्ज अपराध के मामले की जांच के दौरान सामने आया है। इस पूरे खेल पर अंकुश तब लग सकता है, जब हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट सभी वाहनों पर लग जाए। वहीं दूसरी ओर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की जानकारी ली तो सामने आया कि वाहनों के मालिक हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने को लेकर कम रूचि दिखा रहे है। ऐसे में अब परिवहन विभाग को इस ओर सख्ती करना होगी। अब तक परिवहन विभाग ने हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने को लेकर सख्ती नहीं की है।
पुराने वाहन में नहीं, नए में लगी:-
विभागीय जानकारी के अनुसार हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने के लिए 2012 में एक निजी कंपनी को ठेका दिया था। जिसके बाद उसको शासन ने ब्लेक लिस्टेड कर दिया था। संबंधित कंपनी ने कोर्ट में मामला लगाया और जीती। उसके बाद फिर से काम शुरु किया। इसमें नए वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट दी जा रही है। पुराने वाहन में जागरुकता की कमी के कारण नहीं लग पा रही है। आरटीओ विभाग द्वारा पुराने वाहनों के रजिस्ट्रेशन में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को अनिवार्य कर दिया है। ऐसे में केवल वे ही यह प्लेट लगा रहे हैं, जिनको रजिस्ट्रेशन की करवाना है। ऐसे में बड़ी संख्या में कि पुराने वाहन पर हाई सिक्योरिटी के नंबर प्लेट नहीं है। विभाग सख्ती से कार्रवाई करेगा तभी यह संभव हो पाएगा। इसके लिए अभी विभाग तैयार नहीं है।
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट इसलिए जरूरी :-
परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट एक ऐसी नंबर प्लेट है। जिसको लगाने के बाद खोल नहीं सकते है। यदि उसको खोली तो जानकारी लग जाएगी। इस नंबर प्लेट को रात में आसानी से देख सकते है। जिससे दूर से ही नंबरों की जानकारी लग जाती है। एंबोज लगा होने के कारण यह सुविधा इसमें है। नए वाहनों में सभी को नंबर प्लेट हाई सिक्योरिटी की ही दी जा रही है।
केस 1:- कोतवाली पुलिस ने एक जनवरी को लूट करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार करने में कामयाब रही थी।बोलेरो वाहन मे सवारी के रुप में बैठाकर बुजुर्ग के साथ मारपीट कर लूट की घटना को आरोपियों ने अंजाम दिया था।रीवा से आकर आरोपियों ने बोलेरो वाहन मे फर्जी नबंर प्लेट लगाकर बुजुर्ग के साथ 1लाख पांच हजार रुपए की नकदी लूट कर फरार हो गए थे, पुलिस ने चंद घंटों में ही आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफल रही थी।
केस 2:- 4 जनवरी को कोतवाली पुलिस ने मोटरसाइकिल चोरी करने वाले गिरोह को पकड़कर 19 मोटरसाइकिल को जप्त करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया था।मंहगे शौक को पूरा करने के लिए आरोपी मोटरसाइकिल चोरी कर नबंर प्लेट बदलकर बिक्री कर दे थे।पुलिस ने 28 लाख 40 हजार रुपए कीमत की मोटरसाइकिल को जप्त किया था।