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लव जिहाद पीड़िता ने दिया शपथ पत्र जज की शिकायत करते मांगी इच्छा मृत्यु

इन्दौर। कोर्ट सुनवाई में रेप पीड़िता का बयान जज द्वारा कोर्ट रूम का बंद दरवाजा खुलवाकर लिए जाने के चलते रेप पीड़िता ने न्याय नहीं तो इच्छा मृत्यु की मांग करते शपथ पत्र के साथ जज की नामजद शिकायत राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई), राष्ट्रीय महिला आयोग और इंदौर हाई कोर्ट के प्रशासनिक जज से की है।

एक वेब साइट के अनुसार स्पीड पोस्ट से भेजी गई जज की इस शिकायत में रेप पीड़िता ने कहा है कि जज ने कोर्ट रूम का बंद दरवाजा खुलवाकर मेरे बयान लिए। मुझसे ऐसे सवाल पूछे कि मेरा सिर शर्म से झुक गया। ऐसा होते देख कोर्ट रूम में मौजूद सभी लोग हंस रहे थे। जज ने मुझे बाजारु लड़की कहा, पूछा कि तुम्हें रेप के बाद पैसे मिल गए कि नहीं? इतना ही नहीं खुद के लिए कहा कि मैं भी जिन्स-टी शर्ट पहनकर निकलूंगा तो तुम्हारे जैसी लड़कियां मेरे साथ घूमने निकल जाएंगी।

लव जिहाद के एक प्रकरण की सुनवाई में रेप पीड़िता के प्रतिपरीक्षण के दौरान यह वाकया हुआ। लव जिहाद का यह मामला जूनी इंदौर थाने का है जहां 12 दिसंबर 2023 को पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी अशरफ मंसूरी व अन्य के खिलाफ धारा 376, 354, अनुसूचित जाती एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम, मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत केस दर्ज कर इंदौर जिला कोर्ट में सुनवाई हेतु चालान पेश किया था। पीड़िता ने सुनवाई के दौरान जज के व्यवहार की शिकायत में कहा कि जिन शब्दों के साथ न्यायाधीश महोदय ने मेरे चरित्र का हनन कर और स्त्रियोचित गरिमा का हनन किया है।

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वह वापस लौटना संभव नहीं है। जिस प्रकार से न्यायाधीश महोदय के द्वारा मेरे साथ अश्लील तरीके से चर्चा की गई है। आरोपी के वकील को जैसा विश्वास दिलाया गया उससे ऐसा लग रहा है कि, मुझे उनके न्यायालय में न्याय नहीं मिलेगा। मुझे न्याय नहीं दिलवा सकते तो इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान करें।

बता दें कि 25 जुलाई को रेप पीड़िता का इस केस में इंदौर की जिला कोर्ट में प्रति परीक्षण होना था । जब प्रतिपरिक्षण के लिए आए आरोपी के वकील आए तब उनको रोकते हुए जज ने कहा कि इस प्रकार की लडकियों का प्रतिपरीक्षण तो मैं स्वयं ही करता हूँ और उन्होंने प्रतिपरीक्षण से पहले कोर्ट रूम के बंद दरवाजे खुलवा दिए। प्रतिपरीक्षण शुरू होते ही जज ने पूछा कि एक गाड़ी में कैसे रेप हो सकता है? रेप के बाद तुम्हें रुपए मिल गए थे?

जब मैंने अपने वकील के माध्यम से इस पर आपत्ति ली तो जज ने उन्हें डांटकर चुप कर दिया। इसके बाद वे यहीं नहीं रुके। जज ने आगे कहा कि जब मैं जीन्स टी शर्ट पहनकर निकलूंगा तो इस प्रकार की लड़कियां मेरे साथ घूमने निकल जाएंगी। आजकल इस तरह की बाजारु लड़कियों का कोई चरित्र नहीं बचा है। और ये रुपए लेने की नीयत से झूठे केस दर्ज कराती हैं।

इस पर वहां मौजूद आरोपी के वकील सहित सभी लोग ठहाके मारकर हंस रहे थे।मामले में अब पीड़िता ने शपथ पत्र के साथ राष्ट्रपति, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, राष्ट्रीय महिला आयोग सहित अन्य जगह शिकायत की गई है। न्याय नहीं मिल सकता है तो पीड़िता ने इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है।

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