भारतीय छात्रों की पहली पसंद बना ऐसी क्या सुविधा दे रहा कनाडा……..
ओटावा। कनाडा में हालिया समय में घटते रोजगार और घरों की कमी की समस्या तेजी से बढ़ी है। इन समस्याओं के हल के लिए कनाडा सरकार ने कई नियमों में भी बदलाव किया है, जिससे विदेशियों की संख्या को कम किया जा सके। मौजूदा साल में कनाडा में भारतीय छात्रों के नामांकन में गिरावट भी देखी गई है।
इसके बावजूद अभी भी जिस देश में सबसे ज्यादा भारतीय छात्र हैं, वहां कनाडा है। भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि देश के कुल 13,35,878 भारतीय छात्र वर्तमान में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में पढ़ रहे हैं। भारतीय छात्रों की सबसे ज्यादा संख्या कनाडा में है। कनाडा में 4,27,000 भारतीय छात्र हैं। कनाडा के बाद अमेरिका में 3,37,630 छात्र हैं।
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भारत के 1,85,000 छात्र यूके, 122,202 छात्र ऑस्ट्रेलिया और 42,997 छात्र जर्मनी में पढ़ रहे हैं। दरअसल कनाडा ने बीते कुछ समय में स्टडी वीजा और नागरिकता के नियमों में बदलाव किए हैं। इसकारण कनाडा भारतीय छात्रों का पसंदीदा बनाता जा रहा है। कनाडा में हालिया समय में पढ़ाई के खर्चे बढ़े हैं।
इसके बावजूद अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों से कनाडा में पढ़ाई सस्ती है। कनाडा में छात्रों को पढ़ाई के साथ नौकरी मिलना आसान होता है और स्कॉलरशिप की भी कई स्कीम कनाडा में हैं, जो छात्रों के लिए चीजें आसान कर देती हैं। कनाडा में पढ़ाई के बाद नौकरी और नागरिकता भी दूसरे देशों के मुकाबले आसानी से मिलती रही है।
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इन कारणों के अलावा कनाडा में भारतीयों, खासतौर से पंजाबियों की बड़ी संख्या है। कनाडा में पंजाबी अहम पदों पर भी काम कर रहे हैं। ये भी भारतीयों को एक किस्म की सहजता देती है। हालांकि कनाडा सरकार के हालिया कदमों के बाद आने वाले वर्षों में भारतीयों की संख्या घट सकती है।