CONGRESS ने मोदी सरकार से जवाब मांगा, TRUMP के BHARAT-PAKISTAN रोकने के दावे पर सियासी घमासान
60 बार कर चुके हमला
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को रोकने का दावा करने के बाद देश के राजनीतिक गलियारों में नई हलचल तेज हो गई है। ट्रंप ने अपने हालिया बयान में कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान “भारत-पाकिस्तान के बीच बड़े युद्ध को रोकने में अहम भूमिका निभाई थी।” ट्रंप इस तरह का दावा कई बार पहले भी कर चुके हैं, और यह उनका लगभग 60वां दोहराया गया बयान माना जा रहा है।
कांग्रेस का केंद्र सरकार पर हमला
ट्रंप के बयान के सामने आने के बाद कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। कांग्रेस नेताओं ने पूछा कि यदि ट्रंप के दावे में सच्चाई है, तो सरकार को बताना चाहिए कि आखिर अमेरिका को भारत-पाक संबंधों में दखल का मौका कैसे मिला। विपक्ष ने आरोप लगाया कि इस तरह के बयान भारत की कूटनीति पर सवाल खड़े करते हैं और सरकार को स्पष्ट रूप से देश को अवगत कराना चाहिए।
सरकार की ओर से फिलहाल चुप्पी
केंद्र सरकार या विदेश मंत्रालय की ओर से इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप अक्सर अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते रहे हैं, लेकिन उनकी बातें भारत की आंतरिक राजनीति में नई बहस को जन्म दे देती हैं।
ट्रंप के दावों की पृष्ठभूमि
डोनाल्ड ट्रंप 2019 के बाद से कई बार सार्वजनिक मंचों पर कह चुके हैं कि उन्होंने दक्षिण एशिया में तनाव कम करने और भारत-पाकिस्तान के बीच शांति बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए थे। हालांकि भारत सरकार लगातार यह कहती रही है कि कश्मीर और भारत-पाक संबंध ‘द्विपक्षीय मुद्दे’ हैं और किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं है।
देश में नई राजनीतिक बहस
ट्रंप के हालिया बयान ने एक बार फिर विपक्ष को केंद्र सरकार के खिलाफ सवाल उठाने का मौका दिया है। अब सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि क्या मोदी सरकार इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक सफाई देती है या पहले की तरह ही इसे ट्रंप की ‘राजनीतिक बयानबाजी’ मानकर नजरअंदाज कर देती है।













