कबाड़ के कारोबार में सारे नियम ताक पर न कैमरा लगाए ना फायर फाइटिंग सिस्टम…
लापरवाहीः जिले की अधिकांश दुकानों में बोर्ड तक नहीं, कई और नियम जिन पर अमल नहीं…
कबाड़ के कारोबार में सारे नियम ताक पर न कैमरा लगाए ना फायर फाइटिंग सिस्टम…
अग्नि शमन नहीं होने से आगजनी का बना रहता है खतरा, हो चुकी है दुर्घटनाएं…
सीधी:- जिले में करोड़ों रुपए के कबाड़ के कारोबार में भारी अनियिमितता और लापरवाही देखने को मिल रही है।जिले सहित शहर के छोटे-बड़े कबाड़ की दुकानों की पड़ताल की गई तो कई जानकारियां सामने आई। अधिकांश दुकानों और गोदामों में बोर्ड तक नहीं लगाया गया है। एक भी कबाड़ की दुकान में सेफ्टी के लिए अग्नि शमन यंत्र मौजूद नहीं हैं, ना ही सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। खुलेआम प्रशासन के नीति-नियम और आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
गौरतलब है कि जिले सहित शहर में कबाड़ी बिना सत्यापन के साइकिल, बाइक और अन्य सामान खरीद रहे हैं। यह सामान कहां से आया, उसके स्रोत के संबंध में कोई गंभीरता नहीं दिखाई देती है। कबाड़ में चोरी का सामान भी विकता है। कबाड़ का कारोबार में किसी तरह का – एहितयात बरता नहीं जा रहा है। कबाड़ की दुकानों में टैक्स ऑफिसर और पुलिस के द्वारा केवल औपचारिकताएं पूरी की जाती है। जिले में बहरी के कबाड़ कारोबारी का नाम सुर्खियों में रहा है।वही शहर में हरिजन बस्ती,एचडीएफसी बैकं के पीछे,आजाद नगर मार्ग,चिकान मोहाल्ला,पटेल पुल,मड़ारिया बाईपास,हवाई पट्टी मार्ग सहित अन्य स्थानों पर कबाड़ की छोटी-बड़ी दुकानों का संचालन किया जा रहा है, पर अधिकांश दुकानों में बोर्ड तक नहीं लगा है। कबाड़ियों की इन्हीं लापरवाही का फायदा चोर उठाते हैं, अपनी चोरी का सामान बेच जाते हैं।यदि कबाड़ की दुकान में सीसीटीवी कैमरे होंगे, तो चोरों की पहचान करने में पुलिस को आसानी होगी।नगर के कुछ कबाड़ दुकान अत्यधिक सक्रिय हैं, जिन्हें प्रशासन का भी खौफ नहीं।
रजिस्टर में नहीं होती है पूरी एंट्री
कुछ दुकानों में पाया गया कि रजिस्टर में खरीदे गए सामानों की पूरी एंट्री नहीं की जाती है। सामान बेचने वालों को रसीद तक नहीं दिया जाता है।इस रजिस्टर की नियमित पड़ताल टैक्स अधिकारी, पुलिस और प्रशासन के द्वारा नहीं की जाती है, इसके चलते कबाड़ खरीदी-बिक्री का सही आंकलन नहीं हो पाता है। जानकारी के मुताबिक प्रतिदिन नगर से 10-15 ट्रक कबाड़ का सामान रीसाइक्लिंग के लिए भेजा जाता है।
कबाड में बिकता है चोरी का सामान
शहर में कबाड़ी बिना सत्यापन के साइकिल, बाइक और अन्य सामान खरीद रहे हैं। यह सामान कहां से आया, उसके स्रोत के संबंध में कोई गंभीरता नहीं दिखाई देती है। कबाड़ में चोरी का सामान भी बिकता है। कबाड़ का कारोबार कर रहे लोग एहितयात के तौर पर सामान बेचने वालों का फोन नंबर ही लेते हैं। कबाड़ खरीदकर लाने के बाद उसकी जांच करने की किसी विभाग के पास जिम्मेदारी है।
रिहायशी आबादी के बीच कबाड़ियों के गोदाम
जिले में कई स्थानों पर नियमों को ताक पर रखकर रिहायशी आबादी के बीच कबाडियों के गोदाम कभी बड़े हादसे को अंजाम दे सकते हैं। मुख्य सड़कों के अलावा कालोनियों में ऐसे गोदाम देखे जा सकते हैं। जहां पर कबाड़ी को खाली जमीन मिलती है, वहां वे गोदाम बना लिया जाता है। जहां कई टन प्लास्टिक, कागज, लोहे और टीन के सामान होते हैं, आबादी की बीच इन दुकानों में सुरक्षा की अनदेखी की जा रही है। दुकाना में अग्निशमन की व्यवस्था नहीं की जा रही है।