सीधी
रक्षाबंधन,भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना…

रक्षाबंधन,भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना…
जिलेभर में आज मनेगा रक्षाबंधन का त्यौहार
भाईयों की कलाई पर बहनों का सजेगा प्यार
सीधी : पूरे देश सहित सीधी जिले के विभिन्न शहरी कस्बे और गांव में आज 30 अगस्त के साथ 31 अगस्त को भी रक्षाबंधन का त्यौहार इस वर्ष शुभ मुहूर्त के अनुसार मनाया जायेगा। शुभ मुहूर्त में बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधेगी। इस पर्व का इंतजार बहने लंबे समय से करती है और कई दिनों पहले से तैयारियों में जुट जाती है। बहनों के अपने भाईयों के घर पहुंचने के चलते बसों में भी भीड़ होने लगी है।

त्यौहार को लेकर बाजार में रही भीड़
रक्षाबंधन को लेकर मंगलवार को सुबह से ही बाजार में रौनक छाई हुई है। बस स्टैण्ड से लेकर बाजार तक भीड़ ही भीड़ नजर आ रही थी। सुबह से राखी, मिठाई, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक ऑइटम सहित अन्य उपहार की दुकानें सज गई थी। सुबह 9 से रात 8 बजे तक बाजार में पैर रखने की जगह भी नजर नहीं आ रही थी। शहर में मिठाई की दुकानों पर खूब भीड़ रही। वहीं बहनों को उपहार देने के लिए साडियां, सलवार सूट, जींस, टी शर्ट सहित बच्चों के कपड़े की भी अधिक की बिक्री होगी। कल मंगलवार को सीधी शहर की यातायात व्यवस्था भी पटरी से उतरी हुई दिखाई दी और बाजार क्षेत्र में कई जगह जाम की स्थिति घंटे तक देखी गई।
रक्षा करने और करवाने के लिए बांधा जाने वाला पवित्र धागा रक्षा बंधन कहलाता है।
यह पवित्र पर्व श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है।
रक्षाबंधन का त्यौहार हिन्दू धर्म के बड़े त्यौहारों में से एक है जिसे देश भर में धूमधाम और पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी या रक्षा सूत्र बांधकर उसकी लंबी आयु और मंगल कामना करती हैं। वहीं भाई अपनी प्यारी बहना को बदले में भेंट या उपहार देकर हमेशा उसकी रक्षा करने का वचन देते हैं।
आज बुधवार का दिन होने के कारण भी इसका महत्व बढ़ जाता है। गंगा स्नान, शिव पूजन और विष्णु पूजन करने से आयु, अरोग्य, विद्या-बुद्धि सहित हर मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसलिए इस बार त्यौहार का महत्व और अधिक है। इसके साथ ही सावन पूर्णिमा के दिन ही श्रवण नक्षत्र की शुरुआत होती है।
रक्षाबंधन के दिन जिला जेल में काफी भीड़ देखने को मिलती है। विभिन्न अपराधों में सजा काट रहे कैदियों की बहन अपने भाईयों को राखी बांधने के लिए जिला जेल पहुंचती हैं। रक्षाबंधन के दिन बाजार आम जनों से गुलजार रहता है।
700 साल बाद बन रहा पंच महायोग
रक्षाबंधन का त्यौहार ज्योतिषियों के अनुसार 30 और 31 अगस्त को मनाया जाएगा। प्रति वर्ष सावन महीने की पूर्णिमा को रक्षाबंधन का पवित्र त्यौहार मनाया जाता है। इस वर्ष भी पूर्णिमा तिथि दो दिन एवं भद्रा का साया होने के कारण रक्षाबंधन का त्यौहार दो दिनों तक मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो 30 अगस्त की रात और 31 अगस्त की सुबह राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है। सनातन पंचांग के अनुसार 30 अगस्त को भद्रा सुबह 10:05 बजे से शुरू होगा जो रात 8:58 बजे खत्म होगा। भद्रा के समय राखी बांधना अशुभ होता है। ऐसे में भद्रा खत्म होने के बाद ही रक्षाबंधन का त्यौहार मनाना चाहिए। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 31 अगस्त को सुबह 7:37 बजे तक राखी का त्यौहार मनाया जा सकता है। रक्षाबंधन पर इस बार 700 साल बाद विशेष पंच महायोग का संयोग बन रहा है। 30 अगस्त को सूर्य, बुध, गुरु, शुक्र एवं शनि ग्रह पंच महायोग बनाएंगे। इन ग्रहों की स्थिति से बुधादित्य, वासरपति, गजकेशरी एवं शुभ का महायोग बन रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार इन योगों में की गई खरीददारी एवं नए कार्यों की शुरुआत फलदाई होगा। रक्षाबंधन पर ग्रहों की यह शुभ स्थिति सैकड़ों वर्ष बाद बन रही है।
राखी बांधने का ज्योतिषीय शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार रक्षाबंधन के त्यौहार पर भद्रा की गणना विशेष तौर पर की जाती है। भद्रा खत्म होने के बाद ही रक्षाबंधन का त्यौहार मनाना चाहिए। 30 अगस्त को रात 9:15 बजे से लेकर 31 अगस्त को सुबह 7:37 बजे तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है।

महंगाई का दिख रहा असर
रक्षाबंधन को लेकर हर घर में तैयारी चल रही हैं, लेकिन रक्षाबंधन का त्योहार इस वर्ष माह के अंतिम दिनों में पड़ने और बाजार में छाई महंगाई के चलते मध्यम और निम्न मध्यम वर्ग के लिए काफी भारी पड़ रहा है महीने के अंतिम तारीखों में पड़ने वाले इस त्यौहार के कारण लोगों को पिछले महीने की तनख्वाह के पैसे माह के अंत तक खत्म हो जाने के चलते उनका बजट गड़बड़ा गया है दूसरी तरफ बाजार में जिस तरह की महंगाई का आलम है उसके चलते भी मध्यम वर्ग के लोग बहुत अधिक खरीदी करने की स्थिति में खुद को महसूस नहीं कर पा रहे हैं।