डॉ. सुरेन्द्र जैन -श्री राम ने पूरे देश को जोड़ा, राम सबके हैं,ओर सब राम के हैं
विश्व के सबसे लंबे संघर्ष के बाद भगवान राम अयोध्या में फिर लौट रहे है, 16 करोड़ राम भक्तों ने इसमें भाग लिया-
हरियाणा , राम मंदिर ने पूरे देश को जोड़ दिया और यह सिद्ध हो गया है कि राम सबके हैं और सब राम के हैं। त्रेता युग में 14 वर्ष के वनवास के बाद दीपावली के दिन भगवान राम अयोध्या वापस आए थे और अब 491 वर्ष के संघर्ष के बाद अयोध्या में भगवान राम फिर लौट रहे हैं।
राम जन्म भूमि का संघर्ष विश्व का सबसे लंबा संघर्ष है। सबसे बड़ा आंदोलन राम मंदिर के निर्माण के लिए ही किया गया जो 35 वर्ष तक लगातार चला और 16 करोड़ राम भक्तों ने इसमें भाग लिया।
उक्त कथन विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेन्द्र जैन द्वारा व्यक्त किया गया है। वे आज बुधवार को हरियाणा के गुरुग्राम में पत्रकारों के समक्ष वक्तव्य दे रहे थे।
उक्त प्रेस वक्तव्य के मुख्य बिंदु विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता के वक्तव्य जारी किए जाने के दौरान पूज्य स्वामी ब्रहमोद्रानन्द सरस्वती, विहिप के विभाग अध्यक्ष ईश्वर मित्तल, गुरुग्राम जिला अध्यक्ष अजीत सिंह तथा जिला मंत्री यशवंत शेखावत मौजूद रहे ।
विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेन्द्र जैन ने आज जारी किए गए प्रेस वक्तव्य में आगे कहा कि आगामी 22 जनवरी को राष्ट्रीय शौर्य के जागरण का महापर्व है। केवल अयोध्या ही नहीं संपूर्ण विश्व के राम भक्त इस दिन को दीपावली की तरह मनाने की तैयारी कर रहे हैं।
गुरुग्राम सहित पूरा हरियाणा भी इस राष्ट्रीय महापर्व की तैयारियों में जुटा हुआ है। उन्होंने कहा कि त्रेता युग में 14 वर्ष के वनवास के बाद दीपावली के दिन भगवान राम अयोध्या वापस आए थे और अब 491 वर्ष के संघर्ष के बाद अयोध्या में भगवान राम फिर लौट रहे हैं।
राम जन्म भूमि का संघर्ष विश्व का सबसे लंबा संघर्ष है। सबसे बड़ा आंदोलन राम मंदिर के निर्माण के लिए ही किया गया जो 35 वर्ष तक लगातार चला और 16 करोड़ राम भक्तों ने इसमें भाग लिया।
डॉ.जैन ने भगवान् श्री राम के प्रति भारतवासियों की अटूट श्रद्धा का उल्लेख करते हुए कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर जब रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनाना प्रारंभ किया गया तो देश के 16 करोड़ परिवार अर्थात 65 करोड़ राम भक्तों ने मंदिर निर्माण में सहयोग दिया।
जैन ने कहा कि राम मंदिर ने पूरे देश को जोड़ दिया और यह सिद्ध हो गया है कि राम सबके हैं और सब राम के हैं।
उन्होंने हरियाणा ओर खास तौर पर गुरुग्राम के निवासियों की भगवान् श्री राम के प्रति श्रद्धा को अभिवादन करते हुए कहा कि गुरुग्राम, जो हिंदुत्व जागरण के अभियानों में सबसे आगे रहा है, यहां के निवासियों का उत्साह अद्भुत है।
इन्होंने तय किया है कि 22 जनवरी को 200 मंदिरों में और तीन लाख घरों में भजन कीर्तन और अयोध्या में की गई प्राण प्रतिष्ठा का सजीव प्रसारण देखा जाएगा। इसके लिए 1000 टोलिया बनेंगी। 5000 कार्यकर्ता 1 जनवरी से 15 जनवरी तक दिन-रात एक करके सभी घरों में संपर्क करेंगे।
हरियाणा में इस निमित्त हुई तैयारियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि संपूर्ण हरियाणा का उत्साह अद्वितीय है। हरियाणा में तय किया है इस अभियान में 30000 टोलियां बनेंगी और एक लाख कार्यकर्ता भाग लेंगे। 6725 गांव में संपर्क किया जाएगा और प्रत्येक शहर के हर घर में अक्षत निमंत्रण दिया जाएगा।
संपूर्ण हरियाणा के प्रत्येक जिले में कई शोभायात्राएं निकल चुकी हैं । गुरुग्राम में भी 23 दिसंबर को अक्षत कलश यात्रा शक्ति मंदिर से प्रारंभ होकर सिद्धेश्वर मंदिर तक जाएगी।
24 दिसंबर को सभी बस्तियों के प्रमुख सिद्धेश्वर मंदिर से अपनी बस्तियों में पूरी शोभायात्रा और ढोल नगाड़े के साथ उन पूजित अक्षत कलसों को समारोह पूर्वक लेकर जाएंगे।