मुंबई-नासिक हाईवे दस दिन में सुधर जाए
मुंबई। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने अफसरों को सख्त चेतावनी दी है कि मुंबई-नासिक हाईवे को दस दिन में ठीक करें। अगर इस बीच हाईवे पर यातायात नहीं सुधरा तो संबंधित अफसरों को निलंबित कर दिया जाएगा। अजित पवार ने अफसरों से कहा कि हाईवे के गड्ढे भरे जाने और मरम्मत पूरी होने तक टोल शुल्क वसूली रोकने का प्रस्ताव पेश करें।
अजित पवार ने ये आदेश महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी), लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और अन्य विभागों के साथ हुई चर्चा के दौरान दिए हैं। डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है। समस्या को कम करने के लिए तुरंत मरम्मत जरुरी है।
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गड्ढों को समय पर भरने से वाहनों की गति बढ़ने से समय की बचत होगी। हालांकि, हाईवे पर ठेकेदार की ओर से लापरवाही बरती गई है। उन्होंने कहा कि एनएचएआई के अधिकारियों को संयुक्त रूप से गड्ढों और क्षतिग्रस्त सड़कों का निरीक्षण करना चाहिए और ड्रोन वीडियो तैयार करना चाहिए।
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इसके लिए महाराष्ट्र सरकार सहायता प्रदान करेगी। अगर अगले दस दिनों में इस हाईवे पर यातायात सुचारू नहीं हुआ, तो जिम्मेदार अफसर को निलंबित कर दिया जाएगा। अजीत पवार ने पीडब्ल्यूडी के अतिरिक्त मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि सड़क पर गड्ढों के कारण नासिक और मुंबई के बीच यात्रा का समय बढ़ गया है,
जो कि 166 किमी दूर दोनों शहरों के लिए सामान्य समय से दोगुना से भी ज्यादा है। बैठक के बाद भिवंडी (पूर्व) से सपा विधायक रईस शेख ने अजित पवार के निर्देशों का स्वागत किया और कहा कि वह डिप्टी सीएम द्वारा दिखाई चिंता की सराहना करता हैं। बता दें कि मुंबई-नासिक हाईवे उत्तरी महाराष्ट्र को मुंबई से जोड़ने वाली एक अहम सड़क है और पूरे साल इस पर भारी यातायात रहता है।