जिंदगी से जंग हार गई आराध्या,न आई दवा काम,न आई दुआ काम।
जिंदगी से जंग हार गई आराध्या,न आई दवा काम,न आई दुआ काम।
तमिलनाडु के वेल्लूर हास्पिटल में ली अंतिम सांस, गृह ग्राम कमर्जी में अंतिम संस्कार,श्रद्धांजलि देने उमड़ी भीड़
सीधी:- थैलीसीमिया से जूझ रही 10 साल की आराध्या के लिए न दवा काम आई न लोगों की दुआएं। एक सप्ताह से वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत से लड़ रही आराध्या का शनिवार को तमिलनाडु के वेल्लूर अस्पताल में निधन हो गया। उसके पार्थिव शरीर को बाय रोड उसके गृह ग्राम कमर्जी लाया गया, जहां सोमवार को अंतिम संस्कार किया गया। आराध्या के निधन की खबर सुनकर बड़ी संख्या में जिले के लोग उसे श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
सोशल मीडिया पर भी लोगों ने उसकी याद में भावनाएं व्यक्त कीं
कमर्जी के रहने वाले पंकज तिवारी की इकलौती बेटी आराध्या बचपन से ही थैलीसीमिया बीमारी से जूझ रही थी। पंकज ने बेटी के इलाज के लिए काफी संघर्ष किया। पहले उन्होंने सरकार और जनप्रतिनिधियों से मदद मांगी, लेकिन उन्हें कोई ठोस सहायता नहीं मिली। हार मानने के बजाय पंकज ने समाजसेवियों की मदद से विंध्य क्षेत्र में भीख मांगों अभियान चलाया। इस अभियान में लोगों ने दिल खोलकर मदद की और पंकज अपनी बेटी को इलाज के लिए तमिलनाडु के वेल्लूर लेकर गए थे। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी इलाज के लिए आर्थिक तौर पर बड़ी मदद की। जिले के लोग भी भगवान से उसके जल्द स्वस्थ होने की लगातार प्रार्थना कर रहे थे, लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था।
तीन महीने लड़ती रही जिंदगी की जंग:-
आराध्या तीन माह से वेल्लूर में उपचाररत थी। उसका बोनमैरो ट्रांसप्लांट 22 जुलाई को हुआ था, लेकिन उसकी हालत में कोई खास सुधार नहीं हुआ। ट्रांसप्लांट के बाद उसे लीवर और किडनी की गंभीर समस्याएं हो गई थी, जिसके चलते उसे एक हफ्ते पहले वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था।
ब्लाक कांग्रेस कमेटी के सभी कार्यक्रम निरस्त:-
विंध्य की बिटिया आराध्या के निधन पर चुरहट विधायक अजय सिंह के जन्मदिन 23 सितंबर पर आयोजित ब्लाक कांग्रेस कमेटी चुरहट के सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए। ब्लाक अध्यक्ष रामभिलाष पटेल ने बताया, अजय सिंह के जन्मदिन पर चुरहट ब्लाक में जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित किए गए थे, लेकिन सभी कार्यक्रम आराध्या के निधन कारण निरस्त कर दिए गए।