जानकारी के अभाव में हेल्थ हेल्पलाइन-104 का नहीं मिल रहा लाभ…
जानकारी के अभाव में हेल्थ हेल्पलाइन-104 का नहीं मिल रहा लाभ…
स्वास्थ्य सेवाओं में किसी प्रकार की लारवाही की जाती है तो शिकायत भी हो सकेगी संभव, मरीजों को मिलेगी बेहतर सेवाएं…
सीधी:- कई बार अचानक परिवार का कोई सदस्य बीमार पड़ जाता है, हम तत्काल 108 एम्बुलेंस को फोन लगाते हैं लेकिन कई बार एम्बुलेंस समय रहते मरीज तक नहीं पहुंच पाती हैं। ऐसी विषय परिस्थिति में यदि सीधे डॉक्टर की सलाह मिल जाती है तो गंभीर मरीज के साथ उनके परिजनों को काफी मदद मिल सकती है। स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी डॉयल 104 ऐसी ही आपात स्थिति में मरीजों की सहायता से संचालित है, हालांकि इसका समुचित प्रचार-प्रसार नहीं किए जाने से लोग इस महत्वपूर्ण स्वास्थ्य से जुड़ी सेवा का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। इस निःशुल्क 104 हेल्थ हेल्पलाइन के माध्यम से लोग अपनी मानसिक समस्या एवं शारीरिक समस्या पर भी इस हेल्पलाइन पर सुझाव ले सकते हैं। यही किसी अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं में बरती जाने वाली लापरवाही की शिकायत भी इसमें दर्ज कराई जा सकती है।
विशेषज्ञों देते हैं जरूरी सलाह
जानकारी अनुसार 104 नंबर पर डायल करने पर हेल्थ इंफॉरमेशन सेंटर में बैठे डॉक्टर और पेरामेडिकल कर्मी चिकित्सीय जानकारी देते हैं। यह सुविधा सुबह 8 बजे से रात को 8 बजे तक संचालित की जा रही है। यहां मरीजों को बीमारी से संबंधित परामर्श के साथ-साथ दवाओं और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र के बारे में जानकारी भी दी जाती है। इस दौरान पूरे समय एक प्रशिक्षित एवं अनुभवी मनोवैज्ञानिक उपलब्ध रहते हैं।
परामर्श भी होगा संभव
बताया गया कि सामान्य सिरदर्द हो, तेज बुखार या फिर अन्य कोई भी बीमारी हो, विशेषज्ञों से परामर्श लिया जा सकता है। इसके अलावा किसी अस्पताल में सुविधाओं में कमी या लापरवाही बरती जा रही हो तो उसकी शिकायत भी इस हेल्पलाइन 104 के माध्यम से किया जा रहा है।
इस तरह काम करती है हेल्पलाइन
जानकारी अनुसार हेल्पलाइन 104 चार चरणों में काम करती है, जिसमें मानसिक परामर्श अंतर्गत मनोवैज्ञानिक टेलीफोन के माध्यम से उन लोगों की सहायता करते हैं, जो मानसिक तनाव, अवसाद, चिंता, पोस्ट ट्रॉमा रिकवरी, एचआईवी, एड्स, एसटीआई, किशोर संबंधी समस्याओं से ग्रस्त हैं। चिकित्सकीय परामर्श में साधारण स्वास्थ्य परेशानियों जैसे कफ, बुखार, सर्दी, आहार, पोषण, त्वचा रोग, सफाई संबंधी आम समस्याओं का निराकरण किया जाता है। इसी तरह तीसरे चरण में चिकित्सा की जानकारी में अस्पतालों, अन्य संस्थानों, डायग्नोस्टिक केंद्रों की जानकारी दी जाती है और चौथे चरण में शिकायत पंजीकरण के अंतर्गत 104 हेल्पलाइन टीम सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सेवा की कमी, लापरवाही, भ्रष्टाचार आदि से संबंधी शिकायतों को रिकॉर्ड करती है। इसके बाद शासन शिकायतों का निराकरण कराया जाता है।