वो सपनों वाली रेल: सीधी शहर में आने वाली वो छुक-छुक-छुक-छुक रेल का सपना अब धीरे-धीरे…
वो सपनों वाली रेल: सीधी शहर में आने वाली वो छुक-छुक-छुक-छुक रेल का सपना अब धीरे-धीरे…
उपमुख्यमंत्री और सांसद के बयानों में उलझे लोग…
मुआवजे को लेकर भी लोग हैं परेशान…
तेजी से चल रहा है रेल की पटरी बिछाने का कार्य…
सीधी: सीधी शहर में आने वाली वो छुक-छुक-छुक-छुक रेल का सपना अब धीरे-धीरे अपने साकार रूप की ओर तो जरूर बढ़ रहा है परंतु वो पूरी तरह कब साकार होगा इस पर अभी भी कई बड़े सवालिया निशान हैं ?
प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला एवं सीधी सांसद डॉ. राजेश मिश्रा के रेल के सपने दिखाने वाले अपने-अपने दावों में जमीन और आसमान का अंतर होने से आमजन के मन में उनके बयानों को राजनीतिक बयानबाजी या एक सिगूफा मानने को मजबूर कर दिया है।
बीते दिनों जहां प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने सीधी शहर के एक प्राइवेट कार्यक्रम में सीधी शहर तक रेलवे लाइन लाने के अपने दावों को जोश में आकर यहां तक घोषणाएं कर दीं की अगले 5 महीने बाद यानी इसी जून 2025 से जो रेवांचल एक्सप्रेस अभी रीवा से भोपाल जाती है वो अब सीधी से भोपाल जाया करेगी।
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के दावों की ये खबर जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा मीडिया को प्रकाशन के लिए भी भेजी गई थी।
उधर सीधी सांसद डॉ. राजेश मिश्रा द्वारा रेल को लेकर अपना दावा अलग तरह का किया जा रहा है। उन्होंने भी सार्वजनिक कार्यक्रमों में सिर्फ इतना ही कहा है कि वो मई 2025 तक बघवार रेलवे स्टेशन तक रेल की पटरी लाने का कार्य पूरा करा सकेंगे।
हालांकि ललितपुर सिंगरौली रेल लाइन के तहत रीवा-सीधी रेल लाइन परियोजना में तेजी लाने के लिए डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला, सांसद डॉ. राजेश मिश्रा पुरजोर कोशिश में लगे हैं।
मार्च तक गोविंदगढ़ से बघवार तक बिछ जाएंगी रेल की पटरी
रीवा से गोविंदगढ़ लाइन विगत कई वर्षों पूर्व बिछ गई है किंतु कुछ व्यवधान होने के चलते अभी तक गोविंदगढ़ तक रेल का सफर प्रारंभ नहीं हो पाया है।
गोविंदगढ़ से बघवार के बीच 12 किलोमीटर ट्रैक बिछाने का कार्य किया जा रहा है। जिसमें 8 किलोमीटर ट्रैक बिछाया जा चुका है। शेष 4 किलोमीटर का ट्रैक फरवरी के अंत तक पूरा कर लिए जाने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
रीवा से बघवार तक 32 किलोमीटर रेलवे का ट्रैक तैयार करने की पूरी तैयारी जोरों-शोरों से चल रही है। बघवार से रामपुर तक 10 किलोमीटर का ट्रैक बिछाने का कार्य भी आंशिक रूप से प्रारंभ हो चुका है।
टनल के भीतर विद्युतीकरण का कार्य जारी
गोविंदगढ़ से बघवार के बीच छुहिया घाटी में बनी टनल में पटरी बिछाने का कार्य लगभग पूरा हो गया है। टनल से बघवार रेलवे स्टेशन रघुनाथपुर तक पटरी बिछ चुकी है। टनल के अंदर विद्युतीकरण का कार्य इस समय किया जा रहा है जो कि फरवरी तक पूरा कर लिया जाएगा।
अभी से जर्जर हो गए बघवार एवं रामपुर नैकिन में बने स्टेशन
बघवार एवं रामपुर नैकिन में बने स्टेशन जर्जर होने की स्थिति में पहुंच गए हैं। जब तक यहां ट्रेन आएगी तब तक स्टेशन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाएंगे।
बड़ा क्रेडिट पूर्व सांसद रीती पाठक के निरंतर प्रयासों को
सीधी विधायक श्रीमती रीती पाठक ने 2014 में पहली बार सांसद बनने के बाद उनकी पहली प्राथमिकता रीवा से सीधी तक रेल लाने की थी। उन्होने अपने पहले ही कार्यकाल में सीधी शहर के मधुरी में रेलवे स्टेशन की आधारशिला केंद्रीय रेल मंत्री के कर कमलों से रखी गई थी।
पूर्व सांसद रीती पाठक के द्वारा विगत 10 वर्षों से रेल की पटरी विस्तार एवं भू-अर्जन का कार्य तेजी से कराने में अहम भूमिका निभाई गई थी। आज उसी का परिणाम है कि गोवदिंगढ़ से बघवार तक रेल की पटरी बिछाने का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है।
जिस तरीके से श्रीमती रीती पाठक केंद्र सरकार और राज्य सरकार से मिलकर रेल परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए बजट एवं अन्य संसाधन जुटाया था और रेल के लिए हमेंशा तत्पर रही हैं। उन्हीं के प्रयासों से सीधी जिले के चुरहट विधानसभा क्षेत्र का और गोपद बनास क्षेत्र का भू-अर्जन हो पाया था।
वर्तमान सांसद भी रेल के लिए निरंतर प्रयासरत
पूर्व सांसद श्रीमती रीती पाठक जिस तरीके से रीवा से सीधी-सिंगरौली रेल लाइन के विस्तार का जोर लगा रही थीं उसी तरीके से सांसद डॉ. राजेश मिश्रा भी प्रयासरत हैं। उन्होने बघवार से सिंगरौली तक कई बार रेल विभाग द्वारा कराए जा रहे कार्यें का अवलोकन कर रेल प्रबंधन से चर्चा कर शीघ्र अतिशीघ्र तेजी के साथ पटरी बिछाने का कार्य पूरा कराने में जुटे हुए हैं। अभी हाल ही में उन्होने बघवार में रेलवे टनल, बघवार रामपुर के नवनिर्मित स्टेशन एवं पटरी बिछाने के कार्य का अवलोकन किया।
जिस तरीके से उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला, सांसद डॉ. राजेश मिश्रा रीवा से सीधी तक रेवांचल एक्सप्रेस लाने का प्रयास कर रहे हैं उससे निश्चित रूप से पटरी बिछाने से लेकर अन्य कार्य में भी तेजी आई है। सीधी जिले की जनता को रेल का बेसब्री से इंतजार है। किंतु पूर्व सांसद एवं सीधी विधायक का रेलवे के विस्तार में अहम योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।
पटरी भले बिछ जाए, पर रेल पहुंचने में अभी बरसों का इंतजार
हालांकि जिस तरीके से रेल ट्रैक बिछाने का काम चल रहा है और रास्ते में पड़ने वाले कई नदी और नालों के निर्माणाधीन पुलों का काम अभी भी शेष बाकी है उसको देखकर यही लगता है कि 2026 तक भी रेल को सीधी पहुंचने के लिए अभी इंतजार से ही गुजरना पड़ेगा। हालांकि रेलवे विभाग द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि इसी वर्ष 2025 में दिसंबर के अंत तक वो रीवा से सीधी रेलवे ट्रैक तैयार कर लेगें।